आईटी सेक्टर के साथ साथ बहुत से इंडस्ट्री में जॉब करने वाले प्रोफेशनल के लिए छंटनी और जॉब जाने की वजह से काफी चिंता वाला माहौल हो गया है। अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से हमारा काम सरल तो हुआ है लेकिन साथ ही साथ इसने कई इंडस्ट्री में इंसानो की स्किल्स की जगह ले ली है। उदाहरण के तौर पर संबसे ज़्यादा मार कंटेंट राइटर और ब्लॉगर पैशन वाले लोगों पर पड़ी है , क्योंकि अब AI उनसे भी अच्छा कंटेंट और इनफार्मेशन सेकण्ड्स की रफ़्तार से हमें दे देता है। साथ ही साथ ग्राफ़िक डिज़ाइनर, डाटा एंट्री क्लर्क, financial एनालिस्ट और रिपोर्ट्स को तैयार करने वाले स्किल्ड लोगों की जॉब खतरे में आ गयी है। भारत की सबसे बड़ी IT फर्मों में TCS ने अभी कुछ समय पहले लगभग 12,000 से ज़्यादा को निकाल कर सबको सकते में डाल दिया। इसी तरह करीब 170 से ज़्यादा कम्पनयों ने 80,000 से अधिक लोगों की छंटनी कर दी है। यह एक ऐसा वक़्त है जो नौकरी पेशा लोगों के लिए बहुत सोचने वाला और चिंताजनक है. हर किसी को भय है कि कहीं अगला नंबर मेरा तो नहीं है. लेकिन इसके बावजूद भी कुछ इंडस्ट्री ऐसी है जो एआई (AI) का इस्तेमाल करने और अपने बिज़नेस culture में उसको शामिल लगातार progress कर रहे हैं। जो एआई (AI) की नई टेक्नोलॉजी के कारण एक अच्छी चीज हुई है कि इसमें जो एआई (AI) की समझ रखने वाले और skilled professionals की मांग धीरे धीरे बढ़ रही है। और यदि आपके पास भी कुछ विशेष स्किल्स है तो आपको नौकरी भी मिलेगी और वो भी लाखों और करोड़ों रुपयों का पैकेज भी मिलेगा। इस से निश्चित रूप से आप अपने करियर को एक नई दिशा दे सकते है।

Artificial Intelligence के बदलते दौर में कहाँ है बम्पर नौकरियों और लाखों की सैलरी का मौका?
आईटी सेक्टर में छंटनी की सबसे बड़ी वजह बन रही है । पारंपरिक सॉफ्टवेयर डेवेलपमेंट मॉडल अब बदल रहे हैं। कंपनियां अब मैनपावर की जगह स्मार्ट टेक्नोलॉजी का सहारा ले रही हैं। इससे जहां एक ओर नौकरियां जा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ नई टेक्नोलॉजी आधारित स्किल्स वालों के लिए बेहद आकर्षक मौके भी पैदा हो रहे हैं।
आईटी उद्योग में नौकरी में खतरा होने की छंटनी का सबसे मुख्या कारण है एआई (Artificial Intelligence) और ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी का आना और उसका प्रभाव बहुत ज़्यादा बढ़ जाना। AI का आईटी सेक्टर में disruption इसलिए हुआ क्योंकि इसने कंप्यूटर को वो सारे काम करने में निपुण बना दिया है जो मानव करते हैं. यह तकनीक कंप्यूटर बेस्ड एल्गोरिथ्म और information का उपयोग करती है और उसके फलस्वरूप AI और मशीन लर्निंग ने ऐसे सिस्टम बना दिए हैं जो मनुष्य के बेहेवियर, रिस्पांस और काम करने के तरीको की नक़ल कर सके या उनके जैसा perform कर सके.
उदाहरण के लिए, पहले जब आपको किसी भी विषय पर कोई लेख लिखवाना होता था या लिखना होता था तो आपके एक professional writer की ज़रूरत होती थी. और जिस writer को आप अपने किसी राइटिंग सम्बन्धी काम के लिए hire करते थे वो आपको कन्टेंट deliver करने में कभी 2 से 3 घंटे और कभी कभी तो पूरा एक दिन लगा देते थे. और उसमे भी कभी कभी ऐसा होता था कि अगर कॉन्टेंट में कुछ quality या grammatical mistakes होती थीं तो आपको उसको ठीक करने के लिए content राइटर को दोबारा कहते थे और उसमे भी काफी समय बर्बाद होता था और कभी कभी quality में कोई खास सुधर नहीं होता था , लेकिन अब generative AI के इतने सारे प्लेटफार्म आ आ गये हैं कि आपको कुछ सेकंड्स में ही आपके prompt के अनुसार content या इनफार्मेशन मिल जाती है
साथ ही साथ Ai powered प्लेटफार्म कस्टमर सर्विस को मनुष्य से ज़्यादा अच्छी तरह से हैंडल कर रहे हैं जैसे कि किसी भी वेबसाइट में कोई चैटबॉट होता है तो और आप अपनी requirements के हिसाब से जब वहां कोई question पूछते हैं तो चैटबॉट आपके सवाल के आधार पर आपको संतुष्ट करने के लिए जवाब देता है और आपके problems का सलूशन देने का भरपूर प्रयास करता है वो भी बिना रुके 24 घंटे किसी भी टाइम . ऐसे बहुत सारे उदहारण है जिस से पता चलता है कि AI और ऑटोमेशन ने human intervention को काफी कम या लगभग ख़तम कर दिया है। इसके साथ ही जिस तरह से AI system में लगातार improvement और upgradation हो रहा ये आगे किस तरह से मनुष्यों के काम को प्रभावित करेगा इसका अंदाज़ा लगाना अब बहुत आसान हो गया है. Ai अपने responses को और बेहतर करता है और command के हिसाब से fine tune करता है. इस तरह बहुत सी problems के solution मिलते हैं और customer experience बेहतर होता रहता है.

ये तीन सेक्टर्स में नौकरियों की बढ़ रही है डिमांड और लाखों की सैलरी का पैकेज
अब बात करते हैं कि कौन से वो तीन सेक्टर हैं जो AI के इस दौर में भी भरपूर नौकरियां और लाखों करोड़ों का पैकेज ऑफर कर रही हैं आइये जानते हैं :-
- Data Analytics और Big Data
- Cyber Security और Cloud Computing
- Machine learning और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
ये तीन सेक्टर आने वाले सालों में भरपूर रोज़गार पैदा कर सकती है क्योंकि मार्किट में ऐसे professionals की हमेशा डिमांड rahegi जो इन तीनो टेक्नोलॉजी की समझ रखता और उसमे पूरी तरह से trained और एक्सपर्ट हो. कंपनियों को अब ऐसे लोग चाहिए जो इन नयी टेक्नोलॉजी में महारत हासिल कर चुके हैं और उनके अच्छे से इस्तेमाल कर सकते हैं
तकनीक इंसान की दुश्मन नहीं दोस्त हैं अगर सही से इस्तेमाल किया जाए
हम लोग अक्सर कोई नई टेक्नोलॉजी या तकनीक आती है तो एक दम से चौंक जाते हैं और कभी कभी तो भय से काँप जाते हैं. हो सकता है कि शुरुआत में कई लोगों की नौकरी और काम करने के तरीके पर बुरी तरह से प्रभाव पड़े. लेकिन जैसे जैसे समय के साथ साथ टेक्नोलॉजी को लोग जानने और सीखने लगते हैं तो फिर उसे अपने जीवन में जगह देना और प्रयोग करना आसान हो जाता है. ऐसे कई उदाहरण हैं जैसे कि जब भारत में पहले कम्प्यूटर आया था तो कई संगठनों ने विरोध किया कि इस कंप्यूटर मशीन ने लाखों लोगों की जॉब खा ली है , लेकिन हकीकत में कंप्यूटर आने से उन्ही लोगों की जॉब में ज़्यादा खतरा हुआ जो unskilled थे. जो समझदार लोग थे उन्होंने कंप्यूटर को समझा, जाना और कंप्यूटर से सम्बंधित कोर्स किये और फिर कई IT कंपनी में अच्छी खासी सैलरी पर join किया और अपना सुनहरा करियर बनाया। इसी तरह जब गाडी मोटर गाडी आयी तो बैलगाड़ी वालों ने विरोध किया , लेकिन समझदार लोगों ने गाडी चलना सीखा और उसको अपने जीवन का हिस्सा बनाया क्योंकि गाड़ी से उनका जीवन आसान हो गया। लैंडलाइन टेलीफोन से वायरलेस मोबाइल और उसके बाद keypad वाले फ़ोन और आज हम touch स्क्रीन वाले मोबाइल फ़ोन जिनको स्मार्ट फ़ोन भी कहा जाता है, आज इस्तेमाल करते हैं। इन इतिहास की बातों से एक बात साबित हो जाती है कि तकनीक इंसान की दुश्मन नहीं दोस्त हैं अगर सही से इस्तेमाल किया जाए।
AI के दौर में सीख ले ये 5 स्किल्स और मास्टरी हासिल करके कमाएं लाखों करोड़ों
अब जब हम सबको पता है कि AI आज की ज़रूरत बन गया है , आप इसको और इसके प्रभाव को नकार नहीं सकते। और इतिहास इसका साक्षी है कि जब कब कोई नई टेक्नोलॉजी आती है तो शुरुआत में वो मानवों के कामों और उनकी नौकरियों पर बुरा असर डालती हैं. मगर एक समझदार इंसान वही है जो टेक्नोलॉजी से घबराये नहीं और उसका अपना दुश्मन न माने बल्कि उसको अपना दोस्त समझकर उसकी बारीकियों को सीखने और अपने लिए रोज़गार के सुनहरे अवसर बनाये। तो ये हैं वो 5 स्किल्स जो आपको सीखना चाहिए।
- मशीन लर्निंग (Machine Learning): मशीन लर्निग Automation और AI से जुडी हुई नौकरियों और business के लिए मशीन लर्निंग बहुत ही आवश्यक हो चुका है।
- Big Data Analytics & Data Science ( बिग डेटा एनालिटिक्स और डेटा साइंस) : आज हर बिज़नेस के लिए डेटा को कलेक्ट करना , उसको समझना और एनालिसिस करना बहुत ज़रूरी हो गया है जिस से कोई भी बिज़नेस well informed decision ले सकता है।
- प्रोग्रामिंग ( Programming ) : कोई भी programming लैंग्वेज सीखकर आप software , वेब एप्लीकेशन, मोबाइल एप्लीकेशन, वेबसाइट या किसी भी प्रकार का डिजिटल प्रोडक्ट बना सकते हैं और बिज़नेस और individuals की प्रॉबलम्स को solve कर सकते है।
- नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP): Generative AI, chatbots और voice असिस्टेंस में काम करने के लिए NLP स्किल्स का होना ज़रूरी है।
- साइबर सिक्योरिटी: आजकल companies , businesses और बहुत से individuals के लिए सबसे बड़ी चुनौती है उनके डिजिटल रिकार्ड्स और डेटा को सुरक्षित रखना और ऑनलाइन स्कैम के खतरों से खुद को बचाना। बढ़ते साइबर अपराधों से न केवल के बिज़नेस बर्बाद हो सकता है , बल्कि एक सामान्य व्यक्ति और पूरे देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। इसलिए साइबर सिक्योरिटी और ethical hacking एक बहुत अच्छा करियर ऑप्शन है. इन सभी प्रोफेशनल्स की ज़रूरत ज़्यादातर bank , फाइनेंसियल institution, डिफेन्स सेक्टर और भी बहुत से संवेदनशील क्षेत्र है वहां होती है।
खतरा भी है लेकिन जॉब्स के बहुत सारे अवसर भी हैं
इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि generative AI , Agentic AI, Automation और भी AI की तकनीक आने से आने वाले 5 सालों में लगभग 2 करोड़ नौकरियों पर गाज गिर सकती है। लेकिन साथ ही साथ बहुत सी रिपोर्ट्स ये भी बताती है कि इसी दौरान 30 लाख से अधिक टेक्निकल स्किल्स की नौकरिया में generate होंगी। ऐसे वक़्त में जब नौकरी खोने का जो एक भय है वो AI , मशीन लर्निंग , ऑटोमेशन , prompt engineering , agentic AI , साइबर सिक्योरिटी और एथिकल हैकिंग, NLP जैसी स्किल्स सीखकर एक बेहतर करियर का ऑप्शन चुना जा सकता है और लाखों सैलरी के साथ रोज़गार और ग्रोथ के नए दरवाजे खुल सकते हैं। सबसे अच्छी बात ये है की भारत सर्कार AI मिशन में 2000 करोड़ का निवेश कर रही है जिस से लोग स्किल्ड होंगे और अपने लिए करियर और रोज़गार के अवसर खुद बनाएंगे।