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Wed. Oct 8th, 2025

मेहनत की कहानी: 21 की उम्र से शुरू हुआ अमेरिका में सफर, आज अडानी से भी बड़ी दौलत

Thomas Peterffy 21st richest man
Thomas Peterffy 21st richest man

अमेरिका के एक जाने माने उद्योगपति है और शायद आप में से किसी ने भी उनका नाम सुना हो और सुना भी होगा तो ऐसे लोग बहुत कम हैं। जी हाँ हम बात कर रहे हैं थॉमस पीटरफी की. यह Success story है Thomas Peterffy की जिनकी अमीरी ने  भारत के सबसे बड़े उद्योगपति और दुनिया के 22 वें सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी को भी पीछे छोड़ दिया और उनसे आगे निकल गए।  गौर करने वाली बात ये है कि साल 2025 में उनकी नेटवर्थ में तेजी से इज़ाफ़ा हुआ है।  वो दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन ब्रोकर कंपनी Interactive Brokers के मालिक हैं। इनकी पैदाइश हंगरी की है और दुनिया के सबसे अमीर शख्सियत की लिस्ट में अमेरिका के  थॉमस पीटरफी (Thomas Peterffy) 21 वें स्थान पर आते हैं।  इस वर्ष उनकी नेटवर्थ में 22.6 अरब डॉलर  हुआ है  जिस से उनका कुल नेटवर्थ 75.8 अरब डॉलर और इसी के साथ उन्होंने भारत के सबसे अमीर उद्योपति गौतम अडानी को पीछे छोड़  दिया है।  अब गौतम अडानी दुनिया के सबसे रईस लोगों की लिस्ट में 22 वे स्थान परखिसक गए हैं।   इस वर्ष गौतम अडानी की नेटवर्थ में 3.79 अरब डॉलर का नुक्सान हुआ है जिस से उनका कुल नेटवर्थ 74.9 अरब डॉलर जो Thomas Peterffy से काफी पीछे हैं. 

अमेरिका पहुंचे खाली हाथ, आज दौलत में पीछे छोड़ दिया अडानी को

यह हैरान करने वाली बात है कि थॉमस पीटरफी मूल रूप से हंगरी में जन्मे थे और उन्होंने 21 वर्ष की आयु में अपने देश हंगरी को छोड़कर अमेरिका जाने का निश्चय किया। ये उनके “जुनून और हिम्मत का कमाल ही है जो  वो  21 साल में अमेरिका पहुंचे  और आज दौलत में अडानी से आगे हैं। आइये हम जानते है कैसे बने Thomas Peterffy अरबपति 

Thomas Peterffy का जन्म और उनके शुरुआती दिन 

थॉमस पीटरफी द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वर्ष 1944 eastern यूरोप के देश हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में पैदा।   वर्ष 1965 में  उन्होंने हंगरी छोड़ने के फैसला किया। तब के समय हंगरी स्वतंत्र देश नहीं था बल्कि सोवियत संघ ने उसको अपने अधीन रखा था क्योंकि 1956 के युद्ध के उपरांत सोवियत संघ ने हंगरी पर कब्ज़ा जमा लिया था।  ऐसे हालात को देखते हुए पीटर को बहुत जल्दी ही समझ आ गया कि हंगरी में रहना खतरे से  खाली नहीं और यहाँ भविष्य अन्धकार में है। यही बात सोचकर उन्होंने 21 वर्ष की आयु में अमेरिका जाने का निर्णय लिया जो कि एक बहुत बड़ा जोखिम था क्योंकि उनका कोई बैकअप प्लान नहीं था ना ही उनके पास कोई धन था। और सबसे बड़ी दिक्कत ये थी कि अंग्रेजी भाषा को उनको कोई ज्ञान नहीं था।  लेकिन फिर भी उन्होंने कभी इस कमी को अपने दृढ निश्चय और अटल इरादों के आड़े नहीं आने दिया। उन्होंने स्टॉक मार्किट में फ्यूचर और ऑप्शंस में ट्रेडिंग करने के लिए विश्व की पहली स्वचालित मार्किट मेकिंग कम्पनी बनाई और उसके बाद सफलता उनके जीवन में लगातार आती रही 

अंग्रेजी भाषा  को समझने में कठिनाई इसलिए अंग्रेजी से उनका नाता दूर ही रहा 

बहुत वर्ष पहले एक मैगज़ीन  को Thomas Peterffy ने इंटरव्यू देते हुए कहा था जब वो अमेरिका आये तो उन्होंने जॉब की तलाश करते हुए एक इंजीनियरिंग की कंपनी में नौकरी करना शुरू किया वहां उन्होंने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग को सीखने में काफी रूचि दिखाई क्योंकि उनके लिए प्रोग्रामिंग इंग्लिश सीखने से ज़्यादा सरल था।  Thomas Peterffy ने वाल वॉल स्ट्रीट में Aranyi Associates कंप्यूटर कंसल्टेंट के पद पर काम किया।  इस कंपनी का मुख्या काम था बॉन्ड वैल्यूएशन और स्टॉक प्रोग्रामिंग करना।

अपने खुद के बिज़नेस वेंचर की शुरुआत 

वो 1977 का वर्ष था  जब Peterffy ने स्वयं का काम करने का निर्णय लिया और इसी वर्ष उन्होंने ऑप्शंस में ट्रेड करने के वास्ते अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज में सीट बुक की और एक वर्ष के अंदर उन्होंने ऑप्शंस ट्रेडिंग को ऑटोमेट करने पर बहुत काम किया। दरअसल उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट्स पर  high gaining bid लगाने की prediction को improve करने के लिए ऑटोमेशन पर काम करना शुरू किया।  और देखते ही देखते 5 साल बाद 1982 में उन्होंने एक अपना एक मार्किट मेकिंग प्लेटफार्म बनाया जो टिम्बर हिल नाम की कंपनी से जानी गयी।  टिम्बर हिल जितने भी ट्रेड्स होते थे उनको मॉनिटर, ट्रैक और उनका calculation करने के लिए pocket-sized और पोर्टेबल कंप्यूटर का प्रयोग किया और इन कंप्यूटर को पीटरफी के ही द्वारा बनाया गया था।  उसके पश्चात उन्होंने अपने बिज़नेस के लिए दुसरे मार्केट में भी expansion किया। 

अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ले समर्थक हैं Thomas Peterffy

लगातार व्यापार और ट्रेडिंग में कामयाबी का परचम लहराते हुए Thomas Peterffy ने वर्ष 1995  Interactive Brokers नाम की ट्रेडिंग फर्म की स्थापना की जो individual investors को digital ट्रेडिंग की facility देती है। वर्ष 2007 उन्होंने कामयाबी का एक और कदम बढ़ाते हुए अपनी कंपनी Interactive Brokers की पब्लिक लिस्टिंग कर दी।  वर्तमान में Interactive Brokers की आयु लगभग 90 वर्ष हो चुकी है। Interactive Brokers का headquarter Greenwich में हैं. 

Interactive Brokers Group कंपनी  से Thomas Peterffy की ज़्यादातर कमाई और wealth है।  2016 में अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उस समय के रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया था और उनके election campaign में लगभग $100,000 खर्च किये थे। Peterffy ने होल्डिंग कंपनी Conyers Investments के द्वारा Newsmax में 18% हिस्सेदारी खरीदी है।

कौन है Most Richest People in the World 2025. TOP 25 Billionaires List 

  1. Elon Musk
  2. Larry Ellison
  3. Mark Zuckerberg
  4. Jeff Bezos
  5. Larry Page
  6. Jensen Huang
  7. Sergey Brin
  8. Steve Ballmer
  9. Mukesh Ambani
  10. Bill Gates
  11. Warren Buffett
  12. Amancio Ortega
  13. Francoise Bettencourt Meyers
  14. Michael Dell
  15. Jim Walton
  16. Rob Walton
  17. Alice Walton
  18. David Thomson
  19. Julia Koch
  20. Zhong Shanshan
  21. Thomas Peterffy
  22. Gautam Adani
  23. Charles Koch
  24. Giovanni Ferrero
  25. Prajogo Pangestu

नोट: ये लिस्ट हमने ऑनलाइन सोर्से ‘Bloomberg Billionaires Index’  से ली है और यह अगस्त 2025 की है , इस लिस्ट में बदलाव भी हो सकते हैं तो कृपया करके इंटरनेट से वेरीफाई करके या फिर लेटेस्ट लिस्ट को देखकर ही अपनी जानकारी दुरुस्त करें 

निष्कर्ष 

Thomas Peterffy की success story से एक लेखक की कुछ पंक्तियाँ याद आती है ” चट्टानी इरादों से मंज़िले पास आ जाती है ,करने का इरादा हो तो कोई काम नहीं अटकता*” | तो दोस्तों कामयाबी का कोई एक सीक्रेट फार्मूला नहीं होता लेकिन इतना ज़रूर है कि यदि आपके इरादें अगर पक्के हैं और आप अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह से focussed हैं तो आपको सफलता मिलकर रहेगी। 

By admin

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