सिर्फ 4 दिन में निवेशकों की झोली में आए ₹26 लाख करोड़, अब आगे क्या होगा?
नई दिल्ली – दुनियाभर के शेयर बाजारों में भूचाल तब आया जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संभावित आर्थिक एजेंडे का खुलासा किया। उनकी ‘नो टैरिफ वर्ल्ड’ पॉलिसी और वैश्विक व्यापार के लिए खुले रुख ने निवेशकों में जबरदस्त विश्वास पैदा किया, जिसका सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला।
4 दिन में 26 लाख करोड़ रुपये की बंपर कमाई

पिछले चार कारोबारी दिनों में BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) का मार्केट कैप ₹26 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ गया। सेंसेक्स 74,000 के पार और निफ्टी 22,500 के ऊपर पहुंच गया। ये आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि ट्रंप के फैसले ने निवेशकों को जबरदस्त फायदा पहुंचाया है।
क्यों ट्रंप का फैसला बना गेमचेंजर?
“नो टैरिफ” रणनीति से वैश्विक बाजारों को राहत
ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि यदि वह 2024 में फिर से राष्ट्रपति बनते हैं, तो वह व्यापार पर लगने वाले टैक्स और टैरिफ को खत्म कर देंगे। इससे वैश्विक व्यापार आसान होगा और भारतीय कंपनियों को निर्यात में बढ़त मिलेगी।
अमेरिकी आर्थिक नीतियों का ग्लोबल असर
ट्रंप की पॉलिसी सिर्फ अमेरिका नहीं, बल्कि भारत जैसे उभरते बाजारों को भी प्रभावित करती है। निवेशकों को उम्मीद है कि डॉलर मजबूत होगा, क्रूड प्राइस स्थिर रहेंगे और भारतीय बाजार में एफआईआई (Foreign Institutional Investors) की वापसी होगी।
कौनसे सेक्टर्स को मिला सबसे ज्यादा फायदा?
टॉप गेनर्स:
- आईटी सेक्टर: अमेरिकी कंपनियों की बढ़ती आउटसोर्सिंग से TCS, Infosys में उछाल
- मेटल और माइनिंग: टैरिफ हटने से एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट आसान
- ऑटो सेक्टर: अमेरिका को कार एक्सपोर्ट पर बूस्ट
- बैंकिंग शेयर: निवेश बढ़ने से बैंकिंग सेक्टर में लिक्विडिटी फ्लो
निवेशकों के लिए अब क्या रणनीति होनी चाहिए?

शॉर्ट टर्म vs लॉन्ग टर्म निवेश
- शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को फिलहाल मुनाफावसूली करनी चाहिए क्योंकि बाजार ओवरबॉट ज़ोन में है।
- लॉन्ग टर्म निवेशकों को मजबूत कंपनियों में SIP या स्टaggered investment करते रहना चाहिए।
एक्सपर्ट की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ट्रंप की पॉलिसी हकीकत बनती है तो भारतीय बाजार में 10-15% तक और तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि, अमेरिका के चुनावी नतीजों तक सतर्क रहना जरूरी होगा।
अब आगे क्या? (What’s Next for Stock Market)
- ट्रंप की इस नीति पर अमेरिकी कांग्रेस की राय भी अहम होगी
- भारत में लोकसभा चुनाव 2024 की गतिविधियों का भी असर पड़ेगा
- वैश्विक क्रूड प्राइस, डॉलर इंडेक्स, और FII मूवमेंट पर नजर रखना जरूरी है

निष्कर्ष (Conclusion)
ट्रंप का टैरिफ हटाने वाला ऐलान भारतीय शेयर बाजार के लिए एक बड़ा गेमचेंजर साबित हुआ है। निवेशकों को अब चतुराई से कदम उठाने की जरूरत है। तेजी का दौर जारी रह सकता है, लेकिन हर उछाल के बाद सतर्क रहना जरूरी है।